Aahwan Mahabharat Aadhaarit Pauranik Rahasya Gaatha Khand 1 - Hindi
S**.
Good
Nice book
K**.
Best Thriller
Fantastic method... Great arrangment of incidents.... Worth reading... Must read.
A**A
मास्टरपीस
आप भी उन लोगों मे से एक है जो यह कहते है कि हिंदी साहित्य मे वो बात नही है जो पश्चिमी साहित्य मैं है तो मेरी आपको खुली चुनौती है कि एक बार यह किताब अवश्य पढ़िये आप अपनी सोच को कोसने लगेंगे । में यह कबूल करना चाहता हु की दो वर्ष पूर्व मैंने स्वयं मूल हिंदी किताबों को छोड़ अनुदित किताबो की तरफ रुख कर लिया था क्योंकि हिंदी की ज्यादातर उपन्यास समाजिक ज्यादा और मनोरंजन का स्तर कम होने लगा था और एक ही प्रकार के उपन्यास से ऊब सा गया था पर इस किताब ने मुझे अपनी सारी धारणा को ग़लत साबित किया है । आज तक मेरे द्वारा हिंदी साहित्य मैं रहस्यमय श्रेणी पढ़ी गई आह्वन प्रथम क्रमांक पर है ।अब बात करते है किताब और उसके लेखक की आह्वान सौरभ कुदेशिया जी द्वारा लिखा हुआ मास्टरपीस है । भई किताब के हर एक पन्ने पर कौन रहस्य डालता है । पाठक अगर एक बार इसे हाथ मे ले और पढ़ना शुरू करे तो इसे समाप्त कर के ही छोड़ेगा । आह्वान सौरभ कुदेशिया जी का प्रथम उपन्यास है एक और मज़ेदार बात यह है इस उपन्यास मैं उनकी 10 वर्ष की मेहनत लगी है जो इनके हर एक पन्ने पर देखने को मिलती है और दस वर्ष इस किताब को देना सैलूट है सर । आह्वान उपन्यास महाभारत आधारित पौराणिक रहस्य गाथा का प्रथम खंड है दूसरा खंड ' स्तुति ' है जो प्रकाशित हो चुका है जिसे मैंने पढ़ना आरंभ भी कर चुका हूं। और तीसरा खंड ' आहुति ' है जो अभी तक प्रकाशित नही हुई ।अब बात करते है इसके कथानक पर तो उपन्यास की शुरुआत होती है एक साधारण से हुए रोहन कुलश्रेष्ठ के एक्सीडेंट और उसके मृत्यु के बाद छोड़ी गई वसीयत से शुरू होती है और उसके परम मित्र इंस्पेक्टर जयंत जब एक्सीडेंट की जांच करते है तब साधारण सा लगने वाला एक्सीडेंट और वसीयत असाधारण रूप लेकर कई सारे रहस्य से गिर जाता है जिसका संबंध 350 वर्ष पूर्व पांडुलिपी से जुड़ा है । और जैसे मुख्य पृष्ठ पर ही लिखा है विचित्र लाशें और हत्या पाठकों के दिमागी शेरलॉक को भी मात देगी । और भी कई सारी कथानक की परतें है जो उपन्यास को रोचक और रहस्यमय बनाता है । खंड मैं विभाजित होने से आह्वान मैं कई सारे पात्र है इंस्पेक्टर जयंत , विराट, श्रीमंतजी, प्रियंका डॉ. मजूमदार आदि आदि । मेरा मनपसंदीदा पात्र डॉ. मजूमदार है वह जब भी कहानी मैं आते है तब आपके चेहरे पर मुस्कान और अपनी छाप छोड़कर जाते है ।अंत मे बस इतना कहना चाहूँगा की आह्वान मेरी फेवरिट उपन्यास की लिस्ट मैं शामिल हो चुकी है और सौरभ कुदेशिया जी और हिंदी युग्म को बधाई की जिन्होंने हिंदी साहित्य को आह्वान जैसी धरोहर भेट की । जल्द मिलते है स्तुति की यात्रा वृतान्त के साथ तब तक के लिए अलविदा ।
A**H
रोमांचक
बहुत सधी हुई भाषा में एक गूढ़ कथा को बहुत सरल तरीक़े से कहा गया है , संपूर्ण कथानक उत्सुकता जगाने वाला है , कुल मिलाकर एक शानदार किताब ।बस प्रारंभ में यज्ञ निदेशक और आठ मुख्य पुरोहितों द्वारा संचालित यज्ञ में दूध , दही और तरल देशी घी ताँबे के मटको में रखा दिखाया है जो उचित नहीं है ।ये पदार्थ ताँबे के बर्तन में नहीं रखे जाते ।वैसे मामूली बात है किंतु किताब के पौराणिक रहस्य गाथा होने के कारण यह बात महत्वपूर्ण हो जाती है ।
S**I
Very interesting!
AAHWANMAHABHARAT AADHARIT PAURANIK RAHASYA GAATHA - khand 1By Saurabh KudesiaWhat an amazing and a bang on book!Not just the name, but the story inside the book is really interesting. We never come across such amazing books. The book is about medical reports, pandulipi, about studying dead bodies and much more.Though the book is a bit lengthy but due to fast paced you won’t realise when done reading it. The book is in Hindi which is a plus point. The cover of the book is really attractive and so is the name. The narration is good so is the character development. A must read for all!P.S. this is a must read for all!
A**L
Good for part1
Good for part 1. Seems like it will run long. Part 4 not available on kindle. Don't know why? Can someone update?
R**R
Wow👍❤️
Wow👍❤️
V**N
Must read! Suspense, Thrill and chills!
I can only say that I am eagerly waiting for the next part, that's it! Perfect material to be made into a Netflix thriller series. Must read.
Trustpilot
1 month ago
2 months ago